शेर खान की मूंछ

 शेर खान की मूंछ 

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 हेलो वेलकम बैक टू माय ब्लॉग द ड्रीम जर्नल। कैसे हो आप सब ? आशा करती हु की आप सब लोग अपने अपने घरों में हेल्दी होंगे । सही कहा ना?


     तो चलो आज की कहानी शुरू करे। तो आज हम कहानी मैं देखेंगे कैसे मोलू ने शेर खान के मूचो का बाल उखाड़ दिया। तो फिर देर किस बात की चलो कहानी शुरू करते हैं।



    तो जंगल में सुहाना मौसम था। सारे पशु पक्षी अपने अपने कामों में मग्न थे । मगर मोलू बागिरा बल्लू और माशा कुछ अलग ही खेल खेल रहे थे । मोलू एक पत्थर उछलता अगर पत्थर पर रंग दिखा तो माशा को मोगली जो कहेगा वो करना पड़ता था। तो इसी तरह खेल शुरू था । मोलू ने फिर से पत्थर को उछला तो पत्थर बिन रंग का आया । अब जो पाशा कहेगी मोलू को वही करना था। पाशा ने मोलू से कहा " क्या तुम सबसे बहदूर और शक्ति शाली हो?" मोलू ने कहा " हा मैं सबसे बहदूर और शक्ति शाली हूं इस जंगल में।" पाशा ने हस्ते हुए कहा ठीक हैं। तुमे अपनी बहदूरी दिखने के लिए शेर खान के मूचो का बाल लाना होगा। बल्लू और बागिरा चौक गए । बल्लू कहता है " इसमें तो बहुत खतरा है , ये तुम नहीं कर सकते मोलू ।" मोलू कहता है डरो मत बल्लू मैं ये कर सकता हूं ।








        मोलू जंगल की ओर जाता है । उसके पीछे पीछे बागिरा बल्लू और पाशा भी जाते हैं। मोलू शेर खान की गुफा की नजदीक आता हैं और देखता है की शेर खान क्या कर रहा है तो शेर खान तो घोड़े बेचकर सो रहा था । फिर क्या मोलू धीरे धीरे शेर खान की तरफ आने लगता हैं। शेर खान को मोगली के बदन की खुशबू आ ही रही थी । मगर शेर खान क्या कम बुद्धिमान नही था। शेर खान मन ही मन सोच रहा था मोलू क्यों आया है यहां , तभी मोलू शेर खान के नजदीक आता हैं। मोलू शेर खान का बाल लेने ही वाला था तब तक शेर खान अपनी आखें खोल लेता हैं।


      मोलू डर जाता हैं, और पीछे पीछे चला जाता है । शेर खान कहता है " अरे शिकार खुद चलकर शिकारी के पास आया हैं। " मोलू कहता है " मुझे तुमरे मुचो का एक बाल चाइए।" शेर खान हंसते हुए कहता है " बाल तो तुमे मिल ने से रहा चलो अभी अभी भूख लगी है सही वक्त पर आए हों।" शेर खान मोलू को शिकार बना ही रहा था तब तक मोलू वहा से भागने लगा। मोलू आगे आगे शेर खान पीछे पीछे। 






मोलू पेड़ पर चढ़ गया उसके पीछे शेर खान भी उस पेड़ पर चढ़ गया। शेर खान जोर जोर से चीखने लगा ,उसकी आवाज़ सुन कर बल्लू, बागिरा और पाशा डर गए। सब लोग मोलू को डूड रहे थे। मोलू एक कटे पेड़ मैं चला गया उसके पीछे पीछे शेर खान भी चला गया । मोलू तो उस पेड़ से बाहर निकल आया पर शेर खान को उसे निकलना नहीं आया। तो मोलू ने ओ देखा । मोलू ने सोचा यही सही समय हैं चलो बाल निकलते है। मोलू शेर खान के नज़दीक आया और शेर खान के मूच का बाल ले लिया । मोलू ने शेर खान की माफी मांगी और ओ बाल लेकर चला गया। मोलू ने फिर से एक बार दिखा दिया की ओ सबसे बुद्धिमान, बलवान हैं। पाशा को भी अपनी भूल समझ में आ गई।





      तो आज की कहानी हमारी यही खत्म होती है । अगली कहानी लेकर जल्द आऊंगी । तब तक रीड द ड्रीम जर्नल ।


      Thank you।


      


     


      


     

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