मोलू बना राजा
मोलू बना राजा
हेलो वेलकम बैक टू माय ब्लॉग द ड्रीम जर्नल। कैसे हो आप सब ? आशा करती हु की आप सब लोग अपने अपने घरों में हेल्दी होंगे । सही कहा ना?
तो चलो आज की कहानी शुरू करे। तो आज हम कहानी में देखेंगे मोलू ने कैसे भैंसे के बच्चे की जान बचाई । आज की कहानी बहुत रोमांचक होने वाली है तो आशा करती हु की आप अंत तक जरूर पढ़ेंगे।
जंगल मैं आज कडी धूप थी । सारे पशु पक्षी अपने अपने घरों में आराम कर रहे थे । धूप में कम जाएगा शिकार करने । मोलू बागिरा और बल्लू भी अपने घर में विश्राम कर रहे थे । तभी मोलू क्या क्या सूझा । मोलू उटा और कहा "चलो हम नदी के पास जाते हैं। " बल्लू तो नदी में जाने के लिए तयार हो गया पर बागिरा नखरे करने लगा । बागिरा हमेशा पानी से दूर रहता है क्योंकि उसे पानी से डर लगता है।
मोलू ने बार से कहा अरे डरो मत तुम पानी में मत आना मैं और बल्लू पानी में जायेंगे। तुम ऊपर ही रहना । बहुत मानने के बाद बागिरा तयार हो जाता हैं। अब तीनों दोस्त नदी की तरफ जाते हैं। ओ जा ही रही थे तभी उने रास्ते में डाजी मिल जाती हैं । मोलू कहता है " चलो डाजी हमारे साथ हम नदी की ओर जा रहे हैं।" डाजी कहती है " चलो चलो मैं भी आती हु ।"
नदी के पास आते हैं। मोलू बल्लू नदी में नहाने जाते हैं। बागिरा किनारे बैठकर मज़ा ले ही रहा था। डाजी यहां से वहा उड़ रही थी। तब तक वहा तबाकी आता हैं। तबकी जोर जोर से चिला रहा था । मोलू ने पूछा क्या हुआ "तबाकी ने कहा मैंने अभी इंसानों को जंगल के पास आते हुआ देखा । " यह सुनते ही मोलू और बल्लू नदी से बाहर आ गए । बल्लू ने कहा "कहा देखा तुमने इंसानों को ।" तबाकी ने कहा "पुराने पूल की तरफ ।" इंसान हमारे जैसे जानवरो को मरने आ रहे हैं।
बल्लू ने कहा "हमे सारे प्राणियों को इशारा देना होगा ।" ऐसा ही चलता रहा तो सारे प्राणी जंगल शोडकर चले जाएंगे। बागिरा ने कहा हमे अभी हाथी के पास जाना होगा । वही कुछ कर सकता हैं। सभी हाथी के पास भागकर चले जाते हैं। हाथी के पास जाते और सब कुछ बता देता हैं। हाथी ने कहा ये तो अच्छी खबर नहीं हैं। हमे ही कुछ करना होगा।
हाथी कहता है मेरे पास छुपने के लिए जगह तो हैं। उस जगह पर सब प्राणी चुप जाते हैं। चलो मेरे साथ । सारे प्राणी हाथी के कही हुई जगह पर जाने लगते हैं। सारे प्राणी उस जगह पर जाते है और सोच रहे थे । अब यह तो छुपने के लिए जगह किधर हैं। मगर उस खुफिया जगह के बारे में सिर्फ हाथी को हो पता थी । हाथी वहा से पत्थर को हटाता हैं और वहां एक बड़ी सी जगह होती हैं। जहा सारे प्राणी के लिए पानी, खाना , पेड - पौदे होते हैं ।
सारे प्राणी अंदर चलें जाते हैं । अब पत्थर लगाने का समय आता हैं। मोलू कहता है "हमे इंसानों से बात करनी चाहिए ।" बागिरा कहता है "हम उनके हत्यारों को सामना नहीं कर पाते ।" मोलू कहता है"मगर मैं तो कर सकता हूं, तबाकी मुझे इंसानों को तरफ ले जाएगा।" तबाकी कहता है "चलो मैं दिखाता हूं।" सारे प्राणी गंभीरता से तबाकी को देख रखे थे क्योंकि तबाकी किसी की मदत नहीं करता।
मोलू और तबकों पुराने पूल की तरफ जाने के लिए निकलते हैं। मोलू तबाकी से कहता है "में इंसानों को बता दूंगा प्राणियों को भी अपनी जिंदगी जीने का हक़ है।" मोलू और तबाकी पुराने पूल के पास जाते है ।
मोलू कहता है कहा है इंसान। तभी मोलू को शेर खान की आवाज आती है। शेर खान कहता है"आओ आओ इंसानी बच्चे मैं तुमारी ही राह देख रहा था ।" अब कोण तूमें बचाने आएगा । तभी शेर खान को पीछे से कोई ढाका देता है । शेर खान पीछे मुड़कर देखता है तो क्या पप्पू और हिटा। मोलू कहता है " तुम दोनों यहां?" हिटा कहता हैं " हा और तुम डरो मत हम तुमें कुछ नहीं होने देंगे ।"
पप्पू शेर खान को पूल से नीचे पानी में गिरा देता हैं और वो वहा से भाग जाते हैं। मोलू कहता हैं" ये तुमने अच्छा नहीं किया तबाकी और शेर खान ।" तूमें इसकी सजा जरूर मिलेगी। मोलू , हीटा, पप्पू वहा से भाग जाते हैं। भागकर उस जगह पर जाते है जहा पर सब लोग छिपे होते हैं। वहा जाकर पत्थर को हटाते ने की कोशिश कर रहे ठिवकी पत्थर फस जाता है । और निकल नही रहा था ।अब मोलू सोच रहा था अब क्या करे । तभी मोलू को एक युक्ति सूची ओ एक लकड़ी ढूंढ रहा था । उसने लकड़ी लाई और पत्थर को हटाया।
और सारी बात सभी प्राणी को बताई । इस प्रकार शेर खान की चल फेल हो गई।और शेर खान को शिक्षा दी गई की ओ ४ दिन तक किसी भी प्राणी की शिकार नहीं करेगा।
तो आज की कहानी हमारी यही खत्म होती है । अगली कहानी लेकर जल्द आऊंगी । तब तक रीड द ड्रीम जर्नल ।
Thank you।
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